भारत का Foreign Exchange भंडार 653.96 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। फरवरी में 7.2 अरब डॉलर के विलय-अधिग्रहण सौदे हुए। यह दोनों ही आंकड़े पिछले कुछ सालों में सबसे अधिक हैं।
फरवरी में रिकॉर्ड 7.2 अरब डॉलर के विलय-अधिग्रहण सौदे हुए
मुंबई। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सात मार्च को समाप्त सप्ताह में 15.26 अरब डॉलर बढ़कर 653.96 अरब डॉलर हो गया। यह दो साल में सबसे बड़ा उछाल है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने यह जानकारी दी। पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 1.78 अरब डॉलर घटकर 638.69 अरब डॉलर रह गया था। इस उछाल का श्रेय 28 फरवरी को आरबीआई द्वारा किए गए 10 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा विनिमय को दिया जा रहा है।

विदेशी मुद्रा भंडार का ब्रेकडाउन
समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां 13.99 अरब डॉलर बढ़कर 557.28 अरब डॉलर हो गईं। हालांकि, स्वर्ण भंडार का मूल्य 1.05 अरब डॉलर घटकर 74.32 अरब डॉलर रह गया। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 21.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.21 अरब डॉलर हो गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास भारत का आरक्षित भंडार 6.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.14 अरब डॉलर हो गया।
फरवरी में रिकॉर्ड विलय-अधिग्रहण सौदे
फरवरी में भारत में विलय-अधिग्रहण और निजी इक्विटी सौदों में रिकॉर्ड उछाल देखा गया। ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान कुल 7.2 अरब डॉलर के 226 सौदे हुए। यह पिछले तीन साल में सबसे अधिक मासिक आंकड़ा है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 653.96 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो दो साल में सबसे बड़ा उछाल है। फरवरी में विलय-अधिग्रहण सौदों में भी रिकॉर्ड उछाल देखा गया।






